आर.बी.आई. ने बंद कर दिया 2000 का नोट/RBI Banned 2000 Note in Hindi

आज हम जानेंगें की आर.बी.आई. द्वारा 2000 का नोट क्यूँ छापा गया और उसे क्यूँ बंद किया, कब तक बैंक में नोटों को बदल सकते है इस बारे में पूरी जानकारी विस्तारपूर्वक एक एक पॉइंट सबसे अच्छी तरीके से |(RBI Banned 2000 Note in Hindi)

आर.बी.आई. ने 2000 का नोट कब छापा और किस उद्देश्य से छापा :-

आर.बी.आई. ने 2000 का नोट नवम्बर 2016 में छापा था और इस नोट को छापने का उद्देश्य यह था की 2016 में सरकार द्वारा नोट बंदी की गई थी तो मार्किट में नोट की कमी थी और जनता को शांत करने के लिए और राहत प्रदान करने के लिए आर.बी.आई. द्वारा 2000 का नोट छापा गया था और इस नोट को छापने के पीछे आर.बी.आई. की यही इच्छा थी की जैसे ही मार्किट में नोट की आपूर्ति पूरी हो जायेगी वैसे ही आर.बी.आई. इस नोट को वापिस कर लेगी |

अब आर.बी.आई. का यह कहना है की मार्किट में नोटों की आपूर्ति पूरी हो गई है और इस नोट का उद्देश्य पूरा हो गया है इसलिए इस नोट को वापस मंगाया जा रहा है |

आर.बी.आई. ने 2000 के नोट को छापना कब बंद कर दिया था/RBI Banned 2000 Note in Hindi :-

आर.बी.आई. ने 2000 के नोट की छपाई को 2018-2019 में बंद कर दिया था और आर.बी.आई. द्वारा 2000 के 89% नोट २०१७ में छापे थे और बाकि के नोट बचे हुए टाइम पीरियड में छापे गए थे |

इस नोट को बंद करने का उद्देश्य आर.बी.आई. द्वारा यह बताया गया है की जितने नोट छापे गए थे उतने नोट मार्किट में नही है और 2000 के नोट को छोड़कर जो भी मुद्रा मार्किट में प्रचलन में है वह बाज़ार के लिए काफी है | अगर अर्थशास्त्रियों की माने तो इस नोट को बंद करना केंद्र सरकार की नोटबंदी योजना का आखिरी चरण है | नोट बंदी जो शुरू तो हुई थी 2016 में लेकिन अर्थशास्त्री कहते है की वह पूरी हुई आर.बी.आई. के इस फैसले के बाद |

2000 के नोटों को बंद करने का उद्देश्य :-

2000 के नोटों को बंद करने के कई सारे उद्देश्य है जो की निम्नवत है :-

बाज़ार से 2000 के नोटों का गायब होना :-

आर.बी.आई. द्वारा जो डाटा जनता से साझा किया गया है उसके अनुसार आर.बी.आई. ने कूल २६.73 लाख करोड़ रूपये छापे थे 2000 के नोटों के रूप में लेकिन समय के साथ यह नोट मार्किट से गायब होते चले गये और प्रचलन में आना भी बंद हो गये |

आर.बी.आई. की माने तो नोट छापने के 1.5 साल के अन्दर ही अर्थात मार्च 2018 तक नोट की संख्या में बहुत बड़ी गिरावट देखी गई और मार्किट में सिर्फ 3.62 लाख करोड़ के ही नोट रह गये | आर.बी.आई. द्वारा यह भी नोटिस किया गया की 2000 के नोटों के लोगो द्वारा उपयोग नही जा रहा है और बाकि बची हुई मूद्रा का बाज़ार में अच्छे से प्रयोग हो रहा है तो आर.बी.आई. द्वारा यह फैसला लिया गया |


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कालाधन रोकने के उद्देश्य से सरकार द्वारा ऐसा किया है :-

जितना बड़ा नोट होगा उतना ही ज्यादा आसान होगा कालेधन को रखना और रिश्वत लेना | इस बात की चिंता सांसद सुशील कुमार मोदी जी ने भी संसद में जताई थी की 2000 के नोटों का इस्तेमाल काले धन के रूप में किया जा रहा है और इस नोट को बंद कर देना चाहिए |

इस नोट को छपने से सरकार की नोटबंदी योजना पर बहुत बड़ा प्रभाव पढ़ रहा है, सरकार द्वारा नोटबंदी की गई थी ताकि कालाधन रखने वाले लोगो पर सिकंजा कसा जाए कुछ दिन तो यह हो पाया लेकिन गलत इंसान गलत ही होता है ऊन लोगो ने मार्किट से 2000 के नोट को शोर्ट करना चालू कर दिया |

आज आर.बी.आई. के इस फरमान को सुनकर ऐसे लोगो की तो नींद उड़ गई होगी और ऐसे लोग परेशान होंगे की अब अपने नोट कैसे बदले, क्योंकि आर.बी.आई. की माने तो आम जनता के पास 2000 के जयादा नोट नही है क्योंकि यह नोट काले धन के चक्कर में मार्किट से गायब हो गया था | अब अगर कालाधन रखने वाले लोग अपने नोट बदलने बैंक में जायेंगें तो सरकार, ईडी, आयकर विभाग व आरबीआई की उन पर नज़र होगी और ऐसे लोग पकडे जायेंगें |

आतंकवादियों की फंडिंग होगी बंद :-

अब जहाँ 2000 के नोट बंद हो गये है तो उम्मीद की जा रही है की आतंकवादियों की फंडिंग भी बंद हो जायेगी क्योंकि जितना बड़ा नोट होता उतना आसान होता है पैसे को ले जाने में |

अब आपको आसान भाषा में समझाएं तो 2000 के नोट की गड्डी 200000 की होगी और यदि कोई व्यक्ति 5 गड्डी अपने पास रखकर ले जा रहा है तो कोई व्यक्ति बता नही सकता है की उसके पास 1000000 रुपए है, और इतनी बड़ी रकम आसानी से कहीं भी किसी भी व्यक्ति को दी जा सकती है |

अर्थशास्त्रियों का मानना है की ईस नोट की बंदी के एक बहुत बड़े समय अन्तराल तक आतंकवादियों की फंडिंग पर रोक लग जायगी |

नकली नोट की छपाई हो जायेगी बंद :-

मार्किट में असली नोट आ नही पता है और समाज के अराजक तत्व और आतंकवादी उनकी नकली छपाई करना भी शूरू कर देते है | मार्किट में 2000 के काफी नकली नोट आ गये थे जिससे सरकार को तो नुकसान हो रहा था ऊससे ज्यादा आम जनता को नुकसान हो रहा था | अब जब 2000 का नोट ही बंद हो जायेग तो अब नकली नोट नहीं चल पायेगा | आपको बता दें की नकली नोट हमारी अर्थव्यवस्था को पूरी तरह से ख़राब कर देते है |

2000 के नोट को कब तक बैंक में जमा कर सकते है :-

2000 के नोट को कब तक बैंक में जमा कर सकते है
2000 के नोट को कब तक बैंक में जमा कर सकते है

आर.बी.आई. के अनुसार 2000 के पुराने नोटों को बैंक में जमा करने या बदलने की प्रक्रिया 23 मई 2023 से शुरू हो जायेगी और 30 सितम्बर २०२३ तक चलेगी | इस बीच में आम व्यक्ति जाकर अपने 2000 के नोट को या तो बदल सकता है या बैंक में जमा करा सकता है | आर.बी.आई. द्वारा जनता से यह अपील की गई है की सभी लोग तय सीमा तक अपने नोट बदल लें |

एक बार में 2000 के कितने नोट बैंक बदले जा सकते है :

आर.बी.आई. की गाइडलाइन के अनूसार आम व्यक्ति एक बार में 2000 के नोट 200०० तक या तो बैंक में जमा कर सकता है या बैंक से अन्य नोटों में बदल सकता है |

क्या नोटों को बदलने में जल्दी दिखानी चाहिए :-

आपको बंद 2000 के नोटों को बदलने में जल्दबाजी नही दिखानी चाहिए क्योंकि समय बहुत ज्यादा है एक व्यक्ति आसानी से अपने नोटों को बदल सकता है इसलिए पेनिक न होयें और आराम से बैंक जाकर अपने नोट बदल ले |

RBI Official Notice :- Link

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