Civil Law

Definition of Proposal And Types/प्रस्ताव की परिभाषा और उसके प्रकार {धारा 2(a)}

Indian contract Act का परिचय और प्रस्ताव की परिभाषा और उसके आवश्यक तत्व तथा प्रस्ताव के प्रकार{Definition of Proposal And

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Definition of Proposal And Types/प्रस्ताव की परिभाषा और उसके प्रकार {धारा 2(a)}

Indian Contract Act | संविदा का अर्थ, परिभाषा, उसके आवश्यक तत्व व उसका वर्गीकरण {धारा 2(h)}

भारतीय संविदा अधिनियम की धारा 2(h) संविदा/Contract शब्द को परिभाषित करती है | इसके अनुसार “विधि द्वारा प्रवर्तनीय करार संविदा

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Indian Contract Act | संविदा का अर्थ, परिभाषा, उसके आवश्यक तत्व व उसका वर्गीकरण {धारा 2(h)}

ACCEPTANCE/प्रतिगृहण {Sec 2(b) of Indian Contract Act}

स्वीकृति/ACCEPTANCE प्रस्ताव की शर्तो से बाध्य होने के लिए प्रस्ताविति की अभिव्यक्ति मात्र है। प्रस्ताव के स्वीकार किये जाने पर प्रस्तावक

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ACCEPTANCE/प्रतिगृहण {Sec 2(b) of Indian Contract Act}

CIVIL PROCEDURE CODE : Simplified डिक्री क्या होती है ? आवश्यक तत्व और प्रकार {SEC 2(2)}

CIVIL PROCEDURE CODE के अंतर्गत डिक्री से सम्बंधित पूरी जानकारी न्यायिक परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए | डिक्री का

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CIVIL PROCEDURE CODE | डिक्री क्या होती है ? आवश्यक तत्व और प्रकार {SEC 2(2)}

Sec 182 to 185 of Indian Contract Act/अभिकर्ता और मालिक की परिभाषा धारा 182 से 185 भारतीय संविदा अधिनियम

आज हम जानेगें की अभिकर्ता और मालिक की परिभाषा के बारे ओर्यः जानेंगें की अभिकर्ता कैसे नियुक्त किया जा सकता

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Sec 182 to 185 of Indian Contract Act
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